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दिलचस्प इस्तीफा: नौकरी से छुट्टी लेना कोई बड़ी बात नहीं है. मगर, कभी-कभार लोग छोड़े गए विषय जैसे कि इविनेथ का प्रयोग करते हैं कि यह सामान्य सी घटना की चर्चा बन जाती है। कुछ ऐसा ही हुआ मिताशी इंडिया कंपनी के साथ। उनके सी.एफ.ओ. ने स्कूल की कॉपी अपने हाथ से वापस भेज दी। कंपनी ने शेयर बाजार को औपचारिक जानकारी में इस स्टॉक की प्रतिलिपि भी दी। इसके बाद लोग इस अनूठे बेरोजगारी पर बात करने लगे हैं। आइए इस कंपनी और उसके सीएफओ के बारे में जानें।
स्टॉक एक्सचेंजों की सामान्य जानकारी में स्टॉक एक्सचेंजों की प्रतियां भी मिलीं
मिताशी इंडिया (मित्शी इंडिया) के सीएफओ (मुख्य वित्तीय अधिकारी) रिंकू निकेत पटेल ने कंपनी को अपना अवकाश 20 दिसंबर को भेजा है। उनकी समान तिथि को भी स्वीकार कर लिया गया। मिताशी इंडिया ने 21 दिसंबर को पटेल के इस जजमेंट की जानकारी स्टॉक एक्सचेंजों को आधिकारिक दस्तावेज भी भेजे। यह छूटी हुई स्कूल की प्रति लिखी हुई है। पटेल ने ऐसा क्यों किया, इसकी जानकारी कंपनी ने नहीं दी।
अभी किसी की ऑफर नहीं की गई
कंपनी ने बताया कि उनके पास कोई सीएफओ नहीं है। पटेल ने निजी सामान छोड़ दिया, जिस पर विचार किया गया है। कंपनी नए सीएफओ के लिए किसी उपयुक्त व्यक्ति की तलाश कर रही है। इस पोस्ट में किसी की कंपनी के बारे में बताया गया है।
मिताशी इंडिया क्या करती है
मिताशी इंडिया लिमिटेड को पहले आर्ट्स पेंट्स एंड केमिकल्स लिमिटेड के नाम से जाना जाता था। इस कंपनी की स्थापना 1976 में हुई थी. इसे 1990 में नियमित किया गया और 1992 में मिताशी अपना आई सुपरमार्केट लेकर आई थी। कंपनी की वेबसाइट के मुताबिक, यह बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) 28 साल पर सूचीबद्ध है। ब्लूमबर्ग के अनुसार, मिताशी इंडिया पेंट्स के अलावा पेपर, प्लास्टिक, उपकरण और धातु उत्पाद तैयार किए जाते हैं। इसके अलावा यह थोक में बिकने वाले फलों और दुकानदारों का भी कारोबार करता है। कंपनी इंडिया में हाउसकीपिंग, वेयरहाउस और टेक्निकल सर्विसेज भी उपलब्ध कराती है।
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