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भारत ई-कॉमर्स बाज़ार: भारत का ई-कॉमर्स मार्केट तेजी से ग्रोथ हासिल कर रहा है, देखते हैं साल 2028 तक 160 डॉलर से ज्यादा होने की उम्मीद है। देश में ऑफ़लाइन शॉपिंग का बाज़ार 2023 में 57-60 डॉलर से बढ़कर अगले 5 सागर में 160 डॉलर पर जाने की उम्मीद है। बैन एंड कंपनी की ‘द हाउ इंडिया शॉप्स ऑनलाइन’ की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत में ऑनलाइन शॉपिंग में तेजी आई है जिससे ये खिलाड़ी हासिल करना आसान हो जाएगा।
8-12 बिलियन डॉलर में हर साल ऑनलाइन फ़्लोरिडा बिज़नेस का बाज़ार बढ़ रहा है
साल 2020 के बाद से भारत के ऑफ़लाइन विक्रय बाज़ार में हर साल लगातार 8-12 डॉलर का विस्तार हुआ है। ई-कॉमर्स मार्केट में कस्टमर्स के खर्चों के ट्रेंड पर नजर रखने वाली बैन एंड कंपनी की ऑफलाइन 2023 रिपोर्ट के मुताबिक ये डेटा आया है। बेन एंड कंपनी ने ई-कॉमर्स दिग्गज कंपनी के साथ एक संयुक्त रिपोर्ट में कहा कि भारतीय ऑनलाइन शॉपिंग बाजार की एक साल पहले की तुलना में 2023 में 17-20 फीसदी बढ़ने का अनुमान है, हालांकि साल 2019-2022 के 25-30 फीसदी से तुलना करें तो ये धीमी गति है लेकिन इसके पीछे की ओर सबसे बड़ी वजह भी बनी है।
कोविड संकटकाल में प्रमुख रूप से आकर्षक ऑनलाइन शॉपिंग
रिपोर्ट में कहा गया है कि कोविड-19 महामारी का समय वैश्विक स्तर पर ई-रिटेल के लिए एक महत्वपूर्ण समय है। अभी भी कोविड संकटकाल की यादें ताजा हैं और पेंडमिक की वजह से सभी अलग-अलग स्तरों पर ऑनलाइन शॉपिंग में उछाल बनी हुई है।
देश के ऑनलाइन शॉपिंग बाजार की 5 अहम बातें
- भारत में कोविड महामारी के बाद ई-रिटेल कारोबार में तेजी देखी जा रही है और लोग आकर्षक ऑनलाइन सामान खरीद रहे हैं।
- रिपोर्ट में कहा गया है कि अमेरिका और चीन जैसे डेवलेप प्लांट में, ई-रिटेल डेब्यू में ग्रुप महामारी से पहले के स्तर से कुछ कम हो रहा है।
- ऑफ़लाइन बिज़नेस के बढ़ते चलन के बावजूद, भारत में ई-कॉमर्स की कुल लागत केवल 5-6 प्रतिशत ही है।
- भारत की तुलना में आर्थिक महाशक्ति अमेरिका में कुल बजट खर्च का 23-24 प्रतिशत और चीन में 35 प्रतिशत से भी अधिक ऑनलाइन है।
- परसेंटेज टर्म में देखें तो अगले 5 पूर्वी एशिया में भारत के ई-कॉमर्स बाजार की कुल संख्या 166 प्रतिशत से अधिक है।
दिग्गज ई-कॉमर्स उद्योग भारत में निवेश बढ़ा रही है
कई बड़े ई-कॉमर्स उद्योग भारत में बिजनेस की बहुलता का लाभ उठाने के लिए यहां ऑनलाइन बिजनेस इकोसिस्टम में निवेश बढ़ा रहे हैं। इसमें अमेज़न, वॉलमार्ट सपोर्टेड इलेक्ट्रॉनिक्स के साथ-साथ रिलाब्स स्ट्रेंथ के अजियो जैसे बड़े मार्केटप्लेस शामिल हैं। इस साल की शुरुआत में, नोबेल ने 2030 तक बाजार में अतिरिक्त 15 डॉलर खरीदने का वादा किया। इसके बाद भारत में कंपनी का कुल 26 डॉलर का निवेश हो रहा है।
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