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शेयर बाजार में कई निवेशक लाभांश देने के लिए मशहूर हैं। ये शेयर सिर्फ डिविडेंड से ही इतनी कमाई करा दे रहे हैं, जो सुकन्या समृद्धि योजना और पीआईएफएफ समेत सभी प्रमुख बचत अनुदान पर मिल रहे ब्याज से ज्यादा है। कम से कम 2023 के आंकड़े तो यह बात सच साबित करते हैं। नामांकन की रुचि में बदलाव किया गया है। यह बदलाव जनवरी-मार्च तिमाही के लिए है। इसके बाद सुकन्या समृद्धि योजना का ब्याज अनुपात 8.20 प्रतिशत हो गया। इससे पहले 2023 में सुकन्या समृद्धि योजना पर 8 प्रतिशत की दर से ब्याज मिल रहा था। पीआईएफएफ पर 2023 में ब्याज दर 7.10 फीसदी थी, जो अभी भी उतनी ही है। कंपनी ने 2023 में 62.50 रुपये प्रति शेयर के लाभांश की घोषणा की। कंपनी के एक शेयर का भाव 316 रुपये है. इस तरह वेदांता की डिविडेंड यील्ड 2023 में करीब 20 फीसदी रही. 120 रुपए वाले शेयर आरईसी लिमिटेड ने 2023 में 14.10 रुपए का डिविडेंड दिया, डिविडेंड यील्ड 11.70 फीसदी हो गई।
इन सरकारी स्टॉक ने भी दी मात
सरकारी कंपनी इंडियन ऑयल ने 2023 दो बार लाभांश दिया गया। 78 रुपये के इस शेयर ने दोनों बार कुल मिलाकर 8 रुपये का स्टॉक दिया, जिससे यील्ड 10.25 प्रतिशत हो गई। कोल इंडिया लिमिटेड ने करीब 225 रुपये के शेयर पर 24.5 रुपये का स्टॉक दिया। इसकी डिविडेंड यील्ड 10.90 फीसदी रही. 325 रुपये वाले शेयर हिंदुस्तान डेमोक्रेटिक ने 2023 में 52 रुपये का डिविडेंड डेक यील्ड को 16 फीसदी पर पहुंचा दिया। स्टॉक ने साल 2023के दौरान डिविडेंड से जो कमाई हुई, उसमें सुकन्या समृद्धि योजना और पीआईएफएफ जैसे लोकप्रिय निवेश निवेश से जुड़ी दिलचस्पी सबसे ज्यादा है। छोटी बचत शर्तों में अभी सबसे बड़ा रिटर्न सुकन्या समृद्धि योजना का ही है। बैंकों में एफडी पर ब्याज की ऊपरी सीमा 8 प्रतिशत से अधिक नहीं है।
अस्वीकरण: यहां ब्याज की जानकारी सिर्फ दी जा रही है। यहां जरूरी है कि बाजार में निवेश बाजार जोखिमों से जुड़ा हो। निवेशक के अनुसार पैसा कमाने से पहले हमेशा के लिए योग्यता से सलाह लें। ABPLive.com की तरफ से यहां किसी को भी पैसा कमाने की सलाह नहीं दी जाती है।
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