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Wed. Dec 4th, 2024

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नई ईवी नीति: इलेक्ट्रिक व्हीकल (इलेक्ट्रिक वाहन) क्षेत्र की दिग्गज कंपनी टेस्ला (टेस्ला) ने भारत में निवेश के लिए करीब 30 अरब डॉलर का प्लान लिया है। कंपनी के इस संबंध में बातचीत सकारात्मक दिशा में आगे बढ़ रही है। स्टार्टअप ने भारत के लिए 5 साल का निवेश प्लान बनाया है। यह चर्चा है कि केंद्र सरकार की नई ईवी नीतियां जल्द ही आने वाली हैं। युवाओं को नई नीति के सामने आने का ही इंतजार है।

किशोरावस्था देश में सबसे विदेशी बड़ा निवेश

इंडियन टाइम्स ने दस्तावेजों के दस्तावेजों से छपी रिपोर्ट में बताया कि अगर भारत में इंकलाब का फैसला होता है तो यह देश में सबसे बड़ा विदेशी निवेश होगा। मूर्तिकला के प्रोजेक्ट से जुड़ी चर्चाओं में शामिल विवरण में बताया गया है कि वह अपने प्लांट में करीब 3 अरब डॉलर का निवेश निवेश करने की योजना बना रही है। इसके अलावा उनके सहयोगी ने भी भारत में लगभग 10 अरब डॉलर की कमाई की। साथ ही बैटरी कलेक्शन में भी लगभग 5 अरब डॉलर का निवेश होगा जो कि समय के साथ-साथ लगभग 15 अरब डॉलर तक पहुंच जाएगा। उन्होंने कहा कि हमें पूरी उम्मीद है कि आप लगभग 30 अरब डॉलर का निवेश करेंगे।

केंद्र सरकार की ओर से ईवीसीएल का इंतजार किया जा रहा है

केंद्र की मोदी सरकार ने ईवीसी को अंतिम रूप दे दिया है। युवाओं को भारत में सबसे अहम रोल इसी तरह की स्थिरता का मिलेगा। रिपोर्ट के मुताबिक, अगर नई नागरिकता में विदेश में बनी ईवी पर एटिटेंट डूडियट कम की जाती है तो अपने भारत में आने के प्लान को तेज कर जिजीविज।

सबसे पहले अपने बनाए गए प्रोडक्ट्स को भारत में उतारना चाहता है लॉटबॉल

आधिकारिक के अनुसार, मोटरसाइकिल सबसे पहले अपने बनाए उत्पाद भारत में उछालना चाहती है। साथ ही उसने ग्रेडुएट आर्किटेक्चर पर भी काम करना शुरू कर दिया। वह मेड इन इंडिया कार भी बनाना चाहती है। इसे बनाने में लगभग 3 साल लग गए। कंपनी का फोकस भारत से ईवी कारों का एक्सपोर्ट करना भी होगा।

एलन मस्क प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हैं फैन

रिपोर्ट के मुताबिक, लॉटरी के मालिक एलन मस्क प्रधानमंत्री हैं नरेंद्र मोदी के प्रशंसक हैं. वह देश को आगे बढ़ाने के लिए प्रयास की खोज कर रहे हैं। एलन मस्क और पीएम मोदी की पिछले साल जून में न्यूयॉर्क में मुलाकात हुई थी। उन्होंने कहा कि मोदी ने उन्हें भारत में निवेश का न्योता दिया है. वह इस पर विचार भी कर रहे हैं. हालाँकि, भारत सरकार ईवी को देश में बढ़ावा तो दे रही है। मगर, किसी भी कंपनी के कॉस्ट से लेकर प्लांट तक की तैयारी नहीं है.

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