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Wed. Dec 4th, 2024

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आज़ाद इंजीनियरिंग आईपीओ: एयरोस्पेस, एनर्जी या डिफेंस में गुड्स स्कॉलरशिप करने वाली कंपनी आजाद इंजीनियरिंग का आई प्लांट आज खुल रहा है। इस कंपनी की खास बात ये है कि इसमें दिग्गज क्रिकेटर रहे सचिन तेंदुलकर ने भी निवेश किया है. इस आई मॉडल का आकार 740 करोड़ रुपये है। इसमें 240 करोड़ रुपये के ताज़ा शेयर जारी किये जा रहे हैं और बाकी 500 करोड़ रुपये की सेल के लिए शेयर ऑफर जारी किये जा रहे हैं। अगर आप भी इस लेबल आई में निवेश करने के बारे में सोच रहे हैं तो इससे पहले जान लें कि किस कंपनी में इस एंटरप्राइज बैंड, लोट आदि ने तय किया है।

आज़ाद इंजीनियरिंग आई.आई.सी.ए. की जरूरी तारीखों के बारे में जानें-

आज़ाद का इंजीनियरिंग आईएसआई 20 दिसंबर को खुल रहा है। निवेशक 22 दिसंबर तक इसमें निवेश कर सकते हैं। कंपनी सब्सक्राइबर को शेयर का अलॉटमेंट 26 दिसंबर को। इसके अलावा 27 दिसंबर को अंतिम संस्कार जारी किया जाएगा। डीमैट टिकट में स्टॉक को 27 दिसंबर को पोस्ट किया जाएगा। जहां 28 दिसंबर को स्टॉकहोम की शुरुआत होगी. स्टॉक की बीएसई और एनएसई पर सूची जारी की जाएगी। इस आई साइप्रस में कंपनी ने 50 फीसदी हिस्सा क्वाली ऑपरेशंस इंस्टीट्यूटल बायर्स के लिए आरक्षित रखा है। इसके अलावा इक्विटी इंडिविजुअल के लिए 35 प्रतिशत कोटा आरक्षित किया गया है और हाई नेट इंडिविजुअल के लिए 15 प्रतिशत हिस्सा आरक्षित किया गया है।

कंपनी ने किस तरह से तय किया प्रोडक्ट बैंड?

फ्री इंजीनियरिंग ने इस आईपीओ के जरिए कुल 14,122,138 इन्वेस्टमेंट स्टॉक की बिक्री की है, जिसके लिए कंपनी ने स्टॉक का वैल्यूएशन बैंड 499 रुपये से लेकर 524 रुपये के बीच तय किया है। इसके अलावा अल्पावधि उद्यमों को कम से कम 1 बड़े पैमाने पर शामिल किया गया है जिसमें कुल 28 शेयर शामिल हैं। इसके अलावा मुख्य रूप से 13 लॉट साइट यानी 364 स्टॉक पर स्टॉक बिक्री बोसी द्वारा की जा सकती है। ऐसे में आप कम से कम 14,672 रुपये और ज्यादातर 1,90,736 रुपये तक का निवेश कर सकते हैं.

ग्रे मार्केट में क्या हाल है?

ग्रे मार्केट में कंपनी के शेयर अभी से ही धूम मचा रहे हैं और यह 440 रुपये प्रति शेयर के जीएमपी पर बने हुए हैं। ऐसे में शामिल वाले दिन तक यह स्थिति बनी हुई है तो इस आई शेयर के स्टॉक में 83.97 प्रतिशत की बढ़ोतरी के साथ 964 रुपये प्रति शेयर हो सकता है।

आई डिपोजिट कंपनी का नाम क्या है?

यह कंपनी एयरोस्पेस कंपोनेंट और टरबाइन का निर्माण करती है जो अपने उत्पादों को एयरोस्पेस, डिफेंस, ऊर्जा और तेल और गैस उद्योग की मूल आईसीविपमेंट मैन्युफैक्चरर्स को बढ़ावा देती है। इस कंपनी का कारोबार अमेरिका, चीन, यूरोप, पश्चिम एशिया और जापान तक फैला हुआ है। इस आई प्राइवेट के बैचेन वाली नकदी से कंपनी ने अपना कर्ज चुकाया, साथ ही बिजनेस को बढ़ाया और ग्रुप ग्रुप को पूरा किया।

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